मिट्टी के बर्तन में चाय कैसे बनाते हैं क्या आप भी आजकल इस प्रश्न का जवाब तलाश रहे हैं? अगर आपका उत्तर हां है तो यकीन मानिये आप अब सही जगह पर हैं।
अपने इस लेख में आज हम यह विस्तार से जानेंगे कि मिट्टी के बर्तन में चाय कैसे बनाई जाती है। चूंकि मिट्टी के बर्तन Quality में तांबें व स्टील के बर्तनों से बहुत भिन्न होते हैं इसलिए हमें इन्हें use करते हुए बहुत ध्यान रखने की जरूरत होती है।
कैसे बनाएं मिट्टी के बर्तन में चाय, चलिए जानते हैं।
मिट्टी के बर्तन में चाय कैसे बनाते हैं – जानिए हर एक तरीके की पूरी प्रक्रिया विस्तार से
मिट्टी के बर्तन में चाय कैसे बनाएं इसके जवाब में हमारे पास 2 तरीके उपलब्ध हैं। इन तरीकों का प्रयोग करके हम बहुत ही आसानी से किसी भी प्रकार के मिट्टी के बर्तन में चाय बना सकते हैं।
निम्नलिखित दोनों ही तरीके मिट्टी के बर्तन में चाय बनाने के लिए उपयुक्त हैं। आप अपनी सुविधा व सहुलियत के अनुसार कोई भी एक तरीका अपना सकते हैं मिट्टी के बर्तन में स्वादिष्ट भीनी-भीनी खुशबु वाली चाय बनाने के लिए।
गैस-चूल्हे पर बनाएं मिट्टी के बर्तन में स्वादिष्ट चाय |
मिट्टी के बर्तन में चाय बनाने के लिए करें कोयले का प्रयोग |
मिट्टी के बर्तन में चाय बनाने के लिए हम उपरोक्त दोनों तरीकों का प्रयोग किस तरह कर सकते हैं, चलिए जानते हैं।
गैस-चूल्हे पर बनाएं मिट्टी के बर्तन में स्वादिष्ट चाय
मिट्टी के बर्तन में चाय बनाने के तरीके में यह हमारा पहला तरीका है। शहर हो या गांव आजकल अधिकतर सभी घरों में खाना पकाने के लिए गैस-चूल्हे का प्रयोग किया जाता है।
इसलिए हम सबसे पहले गैस चूल्हे पर ही मिट्टी के बर्तन में चाय बनाना सीखेंगे। क्या है गैस-चूल्हे पर मिट्टी के बर्तन में चाय बनाने की विधि, आइये जानते हैं।
1. मिट्टी के बर्तन में चाय बनाने के लिए सबसे पहले बर्तन को पानी से धो लें
क्या मिट्टी के बर्तन में चाय बनाना आसान है – जी हां, बिल्कुल आसान है। किसी भी तरह के मिट्टी के बर्तन में चाय बनाने के लिए आपको सबसे पहले बर्तन को पानी से अच्छी तरह से धो लेना है।
कभी भी मिट्टी के बर्तन को बिना धोये गैस-चूल्हे पर न रखें। मिट्टी के बर्तन को बिना धोये चूल्हे पर रखने से एक तो उसमें धूल-मिट्टी रह जाती है दूसरा बर्तन के खराब होने की संभावना ज्यादा रहती है।
2. मिट्टी के बर्तन में चाय की मात्रा के अनुसार पानी Add करें
किसी भी तरह के मिट्टी के बर्तन में चाय बनाने के लिए बर्तन को पानी से अच्छी तरह से धोने के बाद उसमें जितनी चाय आप बनाने वाले हैं उसकी मात्रा के अनुसार पानी डालें।
गैस-चूल्हे पर मिट्टी के बर्तन में चाय बनाते समय यह ध्यान रखें कि कभी भी बर्तन को बिना पानी भरे फ्लेम पर न रखें। मिट्टी का खाली बर्तन गैस-फ्लेम पर कड़क कर टूटने लगता है।
3. Clay Pan में चाय बनाने के लिए गैस का फ्लेम कम रखें
क्या मिट्टी के बर्तन में चाय बनाना Safe है – जी हां, मिट्टी के बर्तन में चाय बनाना बिल्कुल सुरक्षित है अगर हम फ्लेम की तीव्रता का ध्यान रखें तो।
Clay Pan अर्थात मिट्टी के बर्तन में चाय बनाने के लिए गैस फ्लेम का खास ख्याल रखना चाहिए। मिट्टी का बर्तन बहुत सेंसिटिव होता है। अगर आप तेज फ्लेम पर मिट्टी के बर्तन को रखेंगे तो वह कूकिंग करते समय ही क्रेक हो जायेगा।
इसलिए मिट्टी के बर्तन में चाय बनाते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि गैस का फ्लेम मध्यम से भी कम हो। साथ ही चाय को जल्दी पकाने के लिए फ्लेम को बार-बार कम या ज्यादा भी न करें। एक जैसे Low Flame पर ही चाय को पकने दें।
4. पानी उबलने के बाद उसमें चाय पत्ती, चीनी, अदरक आदि डालें
चूंकि मिट्टी के बर्तन में चाय बनाने में सामान्य से ज्यादा समय लगता है इसलिए चाय के पानी को उबलने में भी देर लगती है। एक बार पानी उबल जाये तब आप इसमें चाय पत्ती, चीनी, अदरक आदि डालें।
अगर आप इलायची या कोई और Ingredient चाय में डालना चाहते हैं तो वह भी डाल लें। सारी सामग्री डालने के बाद चाय को एक गहरा उबाल आने तक पकने दें।
मिट्टी के बर्तन में चाय बनाते समय सभी सामग्री एक साथ डालना इसलिए भी सही रहता है क्योंकि इससे चाय को बनने में बहुत ज्यादा समय नहीं लगता। अगर हम बहुत ज्यादा समय तक मिट्टी के बर्तन को गैस-फ्लेम पर रखेंगे तो बर्तन के खराब होने की संभावना ज्यादा होगी।
5. चाय में गहरा उबाल आने के बाद दूध मिलायें
चाय में गहरा उबाल आने के बाद अब बारी आती है दूध मिलाने की। चूंकि हम में से बहुत सारे लोग दूध वाली चाय ही पीते हैं इसलिए हम चाय में आवश्यकतानुसार दूध मिलायेंगे।
अगर आप बिना दूध वाली चाय prefer करते हैं तो आप दूध को skip भी कर सकते हैं।
6. चाय को कम फ्लेम पर 5 से 7 मिनट तक उबलने दें
मिट्टी के बर्तन में चाय बनाते समय हमें बिल्कुल वही प्रक्रिया अपनानी होती है जो हम अन्य किसी प्रकार की धातु से बने बर्तन में चाय बनाते समय अपनाते हैं।
चाय में दूध डालने के बाद हमें चाय को बस 5 से 7 मिनट तक ही Low flame पर पकाना होता है। इससे ज्यादा देर तक अगर हम चाय पकाते रहेंगे तो इससे मिट्टी के बर्तन के जल्दी Crack होने की संभावना रहेगी।
7. मिट्टी के बर्तन में भीनी-भीनी खुशबु वाली स्वादिष्ट चाय तैयार है
इस तरह से गैस-चूल्हे पर मिट्टी के बर्तन में चाय बनकर तैयार हो जाती है। 5 से 7 मिनट तक चाय को Low flame पर पकाने के बाद किसी दूसरे बर्तन में छान कर निकाल लें।
चाय निकालने के बाद मिट्टी के बर्तन को पूरी तरह से ठंड़ा होने तक अलग रख दें। गर्म मिट्टी के बर्तन को सिंक में पानी डालकर न रखें और न ही धोयें। मिट्टी के बर्तन को गर्म अवस्था में धोने से वह खराब हो जाता है और फिर Use करने लायक नहीं रहता।
मिट्टी के बर्तन में चाय बनाने के लिए करें कोयले का प्रयोग
क्या है मिट्टी के बर्तन में चाय बनाने का तरीका इस संदर्भ में उपरोक्त तरीके के बाद अब बारी आती है हमारे दूसरे तरीके की। हमारा यह अगला तरीका है कोयले का प्रयोग कर के मिट्टी के बर्तन में चाय बनाना।
अगर आप बिना इस डर के कि कहीं मिट्टी का बर्तन टूट न जाये, Crack न हो जाये, मिट्टी के बर्तन में स्वादिष्ट चाय बनाना चाहते हैं तो इस तरीके का प्रयोग अवश्य करें। कोयले का प्रयोग करके हम बहुत ही आसानी से व बिना किसी डर के मिट्टी के बर्तन में चाय बना सकते हैं।
तो आइये जानते हैं कि आखिर कैसे करें कोयले का प्रयोग मिट्टी के बर्तन में चाय बनाने के लिए।
1. मिट्टी के बर्तन में चाय बनाने के लिए करें अच्छी गुणवत्ता के कोयले का प्रयोग
मिट्टी के बर्तन में चाय कैसे बनाते हैं इस क्रम में जब हम अपने इस दूसरे तरीके की बात करते हैं तो सबसे पहले हमें जरूरत पड़ती है अच्छी गुणवत्ता के कोयले की।
जो लोग अपने घरों में मिट्टी के चूल्हें का प्रयोग करते हैं वो लकड़ी जलाकर भी कोयला बना सकते हैं। इसके अलावा वो कोयले की जगह आंच बनाने के लिए उपलों का भी प्रयोग कर सकते हैं।
लेकिन जो लोग शहर में रहते हैं व जिनके पास न तो उपले होते हैं और न ही मिट्टी का चूल्हा, वो बाजार से या ऑनलाइन कोयले खरीद सकते हैं।अमेजन जैसी बड़ी ई-कॉमर्स वेबसाइट पर ऐसे कितने ही विक्रेता हैं जो बहुत अच्छी गुणवत्ता वाले कोयले हमें उपलब्ध करवाते हैं।
2. Clay Pan में चाय बनाने के लिए कोयले को लोहे या मिट्टी के बर्तन में रखकर जलाएं
मिट्टी के बर्तन में चाय बनाने के लिए हम कोयले को किसी बड़े लोहे या मिट्टी के बर्तन जैसे कि Tub or Ghamela में रखकर जलायेंगे। आप चाहें तो मिट्टी के बर्तन में चाय बनाने के लिए अंगिठी में भी कोयला जला सकते हैं।
5 मिनट तक कोयले की आंच को तेज होने देंगे। एक बार कोयले अच्छे से आग पकड़ लेंगे तब हम चाय बनाने के लिए आगे की प्रक्रिया को फॉलो करेंगे।
3. मिट्टी के बर्तन को धोने के बाद कोयले की आंच पर रखें
कोयले की आंच के ऊपर मिट्टी का बर्तन रखने से पहले उसे अच्छी प्रकार से पानी से धो लें। बिना धुले हुए बर्तन का प्रयोग कभी भी चाय बनाने के लिए न करें।
धोने के बाद चाय बनाने के लिए मिट्टी के बर्तन को कोयले की आंच पर रखें।
4. कोयले की आंच पर रखने के बाद मिट्टी के बर्तन में चाय के लिए पानी चढ़ाएं
मिट्टी के बर्तन को कोयले की आंच पर रखने के बाद जितनी मात्रा में चाय बनाना चाहते हैं उसके अनुसार बर्तन में पानी चढ़ाएं।
पानी को अच्छी तरह से उबलने दें। साथ-साथ कोयले को भी ऊपर-नीचे करते रहें ताकि कोयले की आंच कम न हो सके।
5. पानी उबलने के बाद चाय पत्ती, चीनी, अदरक आदि Add करें
चाय का पानी जब अच्छी तरह से उबल जाये तब उसमें चाय पत्ती, चीनी, अदरक, इलायची आदि Add करें।
उपरोक्त सामग्री डालने के बाद चाय को कुछ देर तक उबलने दें।
6. चाय उबलने के बाद दूध डालें व चाय को अच्छी तरह पकने दें
चाय उबलने के बाद उसमें आवश्यकतानुसार दूध मिलाएं। दूध मिलाने के बाद चाय को 5 मिनट तक पकने दें।
चाय को सही तरह से पकने में लगने वाला समय कोयले की आंच के अनुसार कम या ज्यादा भी हो सकता है। अतः चाय को तब तक कोयले की आंच पर रखे रखें जब तक कि चाय अच्छी तरह से पक न जाये।
7. कोयले की आंच पर मिट्टी के बर्तन में चाय बनकर तैयार है
जब चाय अच्छी तरह से पककर तैयार हो जाये तब मिट्टी के बर्तन को कोयले की आंच से उतार कर अलग रख लें। चाय को छानकर दूसरे बर्तन में रखें व मिट्टी के बर्तन को ठंड़ा होने दें।
इस तरह से हम बहुत ही आसानी से किसी भी तरह के मिट्टी के बर्तन में चाय बना सकते हैं। कोयले का प्रयोग करके जब हम उपरोक्त तरीके से चाय बनाते हैं तो चाय अच्छी तरह से पक भी जाती है व पीने में दौगुनी स्वादिष्ट भी लगती है।
मिट्टी के बर्तन में चाय बनाने से पहले किन बातों का रखें ध्यान
क्या है मिट्टी के बर्तन में चाय बनाने का तरीका यह जानने के बाद हमें इससे संबंधित कुछ आवश्यक व महत्वपूर्ण बातें भी जरूर जान लेनी चाहिए। Cooking के लिए मिट्टी के बर्तन का कैसे प्रयोग करें इससे संबंधित यह सभी बातें मिट्टी के बर्तन में चाय बनाने के दोनों तरीकों का प्रयोग करने से पहले समान रूप से लागू होंगी।
मिट्टी के बर्तन में चाय कैसे बनती है यह जानने से बाद आइये जान लेते हैं कि आखिर Clay Pan में चाय बनाने से पहले किन बातों का रखें ध्यान।
मिट्टी के बर्तन में चाय बनाने से संबंधित 3 आवश्यक व महत्वपूर्ण बातें, इस प्रकार हैं।
मिट्टी के नये बर्तन को प्रयोग करने से पहले पानी में भिगो लें
चूंकि मिट्टी के बर्तन मिट्टी से बने होते हैं इसलिए उनमें पानी को सोखने का प्राकृतिक गुण होता है। मिट्टी के नये बर्तन को जब हम पानी में भिगोते हैं तो इसके दो फायदे होते हैं।
मिट्टी के नये बर्तन को पानी में भिगो कर रखने का एक फायदा यह है कि पानी में भिगोने से मिट्टी के बर्तन आग पर रखने से टूटते नहीं हैं। जबकि इसका दूसरा फायदा यह है कि जब हम खाना बनाने में इनका प्रयोग करते हैं तो ये व्यंजन को बनाने में प्रयोग किये जाने वाले पानी को सोखते नहीं हैं।
अतः नये बर्तन में चाय बनाने से पहले उसे 12 घंटें के लिए पानी में भिगोकर रखें व उसके बाद सूखने के लिए धूप में रख दें।
चाय बनाने से पहले मिट्टी के नये बर्तन में तेल लगाकर धूप में रखें
चाय बनाने से पहले मिट्टी के नये बर्तन पर हम तेल लगाकर इन्हें धूप में भी सुखायेंगे।
कम से कम 12 घंटें पानी में भिगोकर व धूप में अच्छी तरह से सुखाने के बाद हम चाय बनाने वाले मिट्टी के नये बर्तन में अच्छी तरह से अंदर-बार तेल लगायेंगे। मिट्टी के बर्तन में तेल लगाने के लिए आप कोई भी खाने वाला तेल (Edible Oil) प्रयोग कर सकते हैं।
तेल लगाने के बाद चाय बनाने के इस बर्तन को हम धूप में तब तक सुखायेंगे जब तक कि बर्तन पूरी तरह से तेल को सोख न ले। जब तेल पूरी तरह से सूख जायेगा तब हम चाय बनाने के लिए इस मिट्टी के बर्तन का प्रयोग करेंगे।
मिट्टी के बर्तन को पकड़ने के लिए कपड़े का प्रयोग करें
मिट्टी के जिस बर्तन में आप चाय बनाने जा रहे हैं अगर उसमें पकड़ने के लिए Handle नहीं लगा है तो आपको आंच पर रखे मिट्टी के बर्तन को पकड़ने के लिए कपड़े की जरूरत पड़ेगी।
मिट्टी के बर्तन बहुत जल्दी गर्म हो जाते हैं। अतः चाय वाले मिट्टी के बर्तन को कोयले की आंच या गैस फ्लेम से उतारने के लिए हमेशा किचेन टॉवल का प्रयोग करें।
प्रश्न जिनका जवाब मिट्टी के बर्तन में चाय बनाने की शुरूआत करने वाला हर व्यक्ति जानना चाहता है
मिट्टी के बर्तन में चाय बनाने की प्रक्रिया जानने के बाद अब कुछ Common प्रश्नों के जवाब जान लेते हैं। ये Common सवाल अक्सर पहली बार मिट्टी के बर्तन में चाय बना रहे अधिकतर लोगों के दिमाग में अवश्य आते हैं।
क्या मिट्टी के बर्तन में चाय बनाने से चाय का स्वाद बदल जाता है?
मिट्टी के बर्तन में चाय बनाने से चाय के स्वाद में बदलाव अवश्य आता है। किसी अन्य धातु के बर्तन में बनी चाय व मिट्टी के बर्तन में बनी चाय दोनों का स्वाद व फायदे अलग-अलग होते हैं।
आप चाहे कोयले की आंच पर मिट्टी के बर्तन में चाय बनाएं या फिर गैस-चूल्हे पर, मिट्टी के बर्तन में बनी चाय ज्यादा स्वादिष्ट लगती है।
क्या मिट्टी के बर्तन में बनी चाय तंदूरी चाय होती है?
अक्सर हम मिट्टी के बर्तन में बनी चाय व तंदूरी चाय में Confuse हो जाते हैं। अधिकतर लोग किसी भी मिट्टी के बर्तन में बनी चाय को तंदूरी चाय समझ लेते हैं जबकि ऐसा नहीं है।
तंदूरी चाय बनाने की विधि, मिट्टी के बर्तन में बनने वाली चाय से बिल्कुल अलग होती है।
आज हमने बात की कि मिट्टी के बर्तन में चाय कैसे बनाते हैं। अगर आप भी अपने सामान्य Tea Pan को Clay Pan से बदलने वाले हैं तो उपरोक्त दोनों तरीकों में से अपनी सुविधा के अनुसार कोई भी तरीका मिट्टी के बर्तन में चाय बनाने के लिए अपना सकते हैं।
मिट्टी के बर्तन में चाय कैसे बनाते हैं अगर इस बारे में आपके कोई सवाल या सुझाव हों तो हमें कमेंट बॉक्स में अवश्य लिखें। हमें आपके विचारों का इंतजार रहेगा।
मेरा नाम सोनम सैनी है। मैं इस मंच – ‘मेरी पाकशाला’ की संस्थापिका हूँ। रसोई कला से सम्बंधित कोई भी जानकारी आप तक पहुंचाना मेरा उद्देश्य है। मैं एक प्रकाशित लेखिका व गीतकार भी हूँ।