दाल जल जाये तो क्या करे – दाल एक ऐसा व्यंजन है जो भारत के अधिकतर सभी घरों में बनाया और शोंक से खाया जाता है। एक बहुत प्रसिद्ध कहावत भी है कि दाल रोटी खाओ और प्रभु के गुण गाओ।
दाल को पकाने और खाने के सबके अपने-अपने तरीके हैं। कोई रोटी के साथ दाल खाना पसंद करता है तो कोई चावल के साथ। जहां दक्षिण भारत में दाल को सांभर के रूप में भी परोसा जाता है वहीं उत्तर भारत में दाल को चूरमे अर्थात बाटी के साथ बहुत पसंद किया जाता है।
दाल को भारत के सभी हिस्सों में इतना पसंद किया जाता है तो यह जानना हमारे लिए और भी आवश्यक हो जाता है कि अगर गलती से कभी दाल जल जाये तो हमें क्या उपाय अपनाने चाहिए जली हुई दाल को फिर से खाने योग्य बनाने हेतु।
अगर कभी गलती से दाल जल जाये तो सबसे पहले अपनाइये ये 3 तरीके जली हुई दाल को परोसने लायक बनाने के लिए
किसी भी जली हुई दाल को फिर से खाने लायक बनाने के लिए हम दो तरह से दाल को ठीक करते हैं। पहला जली हुई दाल को जलने से बचाना और दाल का टैक्सचर ठीक करना और दूसरा जली हुई दाल से जलने की दुर्गंध को दूर करना।
दाल जल जाये तो क्या करे इस संदर्भ में जली दाल की दुर्गंध को दूर करने से पहले हम 3 आवश्यक तरीके जरूर प्रयोग में लायेंगे दाल के टैक्सचर को ठीक करने के लिए और दाल में जला हुआ भाग न मिल जाये इसके लिए।
दाल का टैक्सचर ठीक करने के बाद हम दाल से जलने की दुर्गंध को दूर करने के लिए विभिन्न तरीके अपनायेंगे ताकि दाल एकदम परफेक्ट हो जाये सर्व करने के लिए। तो आइये जानते हैं कि दाल के जलने पर क्या जरुरी कदम उठायें सही करने के लिए सबसे पहले।
1. जली हुई दाल को ज्यादा जलने से बचाएं सबसे पहले
जली हुई दाल को खाने योग्य बनाने में जो सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है वो यह है कि दाल के जलने के बाद भी हम दाल को कम से कम उतना बचा लें कि कुछ तरीकों की मदद से दाल को फिर से परोसने लायक बनाया जा सके।
बात चाहे सब्जी के जलने की हो या दाल के दोनों को ठीक करने का पहला तरीका यही है कि हम जली हुई दाल या सब्जी को और ज्यादा जलने से बचा लें।
दाल को और ज्यादा जलने से बचाने के लिए यह करें कि जैसे ही आपको आभास हो कि दाल जल गई है तो जल्दी से गैस बंद कर दें। दाल जल जाये तो क्या करे इसके लिए यह पहला बेहद जरूरी तरीका है।
2. ध्यान रखें कि जली हुई दाल का कोई भी अंश दाल के बिना जले हुए भाग में न मिल सके
जली हई दाल को ठीक करने के सभी तरीकों के बारे में विस्तार से जानने से पहले हमें इन सभी तरीकों से पूर्व जो दूसरा तरीका हमेशा अपनाना है पहले हम उसके बारे में अच्छे से जान लेते हैं।
जली हुई दाल को ठीक करने के लिए हम गैस बंद करने के बाद तुरंत दाल के बिना जले हुए भाग को दूसरे बर्तन में निकाल कर अलग कर लेगें। यह करना इसलिए जरूरी है ताकि दाल का जला हुआ भाग बिना जली हुई दाल में न आ पाये।
क्योंकि अगर जली हुई दाल को सही करने के बाद उसमें जली हुई दाल का कुछ भाग दिखाई देगा तो यह दाल के स्वाद के साथ-साथ खाने वाले के मन को भी खराब कर देगा।
3. दाल के बिना जले हुए भाग को बचाने के बाद उसमें मिलाएं गर्म पानी टैक्सचर सही करने के लिए
जली हुई दाल को खाने लायक बनाने के आसान तरीके में यह तरीका बहुत महत्वपूर्ण है। जलने के कारण दाल बहुत ज्यादा गाढ़ी हो जाती है ऐसे में हमें दाल को खाने लायक बनाने के लिए उसका टैक्सचर फिर से दाल वाला ही बनाना होता है।
जली हुई दाल के टैक्सचर को ठीक करने के लिए हम दाल में पानी उबाल कर या ज्यादा तेज गर्म करके मिलायेंगे। यहां गर्म पानी मिलाने का उद्देश्य यह है कि गर्म पानी दाल में बहुत जल्दी व अच्छे से घुल-मिल जाता है और पानी मिलाने के बाद दाल अलग और पानी अलग नहीं दिखाई देते।
14 आसान तरीकों से करें जली हुई दाल की दुर्गंध को दूर चुटकियों में
जली हुई दाल के साथ सर्वप्रथम 3 आवश्यक तरीके अपनाने के बाद हम दाल से जलने की दुर्गंध को दूर करने और दाल को बहुत अच्छा स्वाद प्रदान करने के लिए 14 आसान तरीके अपनायेंगे।
इन 14 आसान तरीकों से आपकी जली हुई दाल भी हो जायेगी एकदम सुपर टैस्टी वो भी बिना किसी खराब महक के। तो देर किस बात कि आइये जानते हैं इन तरीकों के बारे में कि दाल जल जाये तो कैसे ठीक करे।
इन तरीको का प्रयोग हम दाल की जली हुई बदबू को हटाने के साथ-साथ दाल को अच्छा स्वाद देने के लिए भी प्रयोग करेंगे।
1. सौंफ की पोटली से करें जली हुई दाल की दुर्गंध को दूर
हैरान हो गये न यह जानकर कि सौंफ की पोटली से जली हुई दाल की दुर्गंध को दूर करके दाल को एक बहुत अच्छा स्वाद प्रदान किया जा सकता है। यह सच है। हम सौंफ की पोटली से जली हुई दाल को फिर से एकदम स्वादिष्ट बना सकते हैं।
कैसे करें सौंफ की पोटली का प्रयोग दाल से जलने की दुर्गंध को दूर करने के लिए?
इसके लिए हम 4 से 5 चम्मच सौंफ लेंगे और एक साफ सूती कपड़े में बांध कर दाल में डाल देंगे। सौंफ की पोटली को दाल में डालने के बाद हम अच्छे से दाल को कुछ देर के लिए पकने देंगे ताकि सौंफ की खुशबु और फ्लैवर दाल में अच्छे से मिल जाये।
ध्यान रखें कि सौंफ की पोटली डालने से पहले दाल में पानी सही मात्रा में हो क्योंकि पोटली डालने के बाद दाल को हमें कुछ देर पकाना भी होगा। साथ ही यह भी ध्यान रखें कि दाल को कुकर में न पका कर कढ़ाही या पैन में पकाया जाए।
2. जली हुई दाल में मिलायें नया छौंक स्वादिष्ट बनाने के लिए
दाल जल जाये तो क्या करे गर्म पानी मिलाने के बाद दाल से जलने की बदबू को हटाने के लिए आइये जानते हैं। जली हुई दाल को फिर से स्वादिष्ट बनाने के लिए हम दाल में नया छौंक तैयार करके मिलायेंगे।
नये छौंक से दाल में बहुत अच्छा रंग, स्वाद और खुशबु आ जाती है।
कैसे बनाएं नया छौंक जली हुई दाल को अच्छा स्वाद देने के लिए?
नया छौंक बनाने के लिए हम तेल की जगह घी का प्रयोग करेंगे। साथ ही इसमें जीरे के साथ 2-3 लौंग भी डाल सकते हैं।
यह नया छौंक दाल को बहुत स्वादिष्ट तो बनाता ही है साथ ही जो जलने की बदबु होती है उसे भी बिल्कुल खत्म कर देता है।
3. नींबू मिलाएं दाल का स्वाद अच्छा करने के लिए
एक बार आप जली हुई दाल को सही टैक्सचर में ले आते हैं उसके बाद दाल से जलेपन की बदबू को दूर करने और दाल को अच्छा स्वाद देने के लिए हम दाल में नींबू भी मिला सकते हैं।
नींबू दाल को हल्का खट्टा स्वाद देगा जिससे दाल खाने में स्वादिष्ट लगने लगेगी।
कैसे करें नींबू का प्रयोग जली हुई दाल में?
दाल में नींबू मिलाने के लिए हमें दाल की मात्रा के अनुसार एक या आधा नींबू लेना है और उसका रस एक अलग बर्तन में निकाल कर दाल में मिला देना है। नींबू का रस एक अलग बर्तन में हम इसलिए निकालेंगे ताकि नींबू के बीज दाल में न मिल सके।
नींबू के रस को दाल में मिलाने के बाद दाल को अच्छे से मिक्स कर लें।
4. अमचूर पाउडर का करें प्रयोग जली दाल के स्वाद को ठीक करने के लिए
अगर आपके पास नींबू नहीं है तो आप जली हुई दाल के स्वाद और गंध को ठीक करने के लिए नींबू की जगह अमचूर पाउडर का प्रयोग भी कर सकते हैं।
अमचूर पाउडर भी नींबू की तरह ही दाल को एक हल्का सा खट्टा स्वाद देता है जिससे दाल खाने में स्वादिष्ट लगने लगती है।
अमचूर पाउडर को कैसे मिलाएं जली हुई दाल में स्वाद को सही करने के लिए?
अगर आप ने सामान्य 4 से 5 लोगों के लिए दाल बनाई है तो आप इसमें एक चौथाई या आधा चम्मच अमचूर पाउडर मिलाएं। इससे ज्यादा अमचूर पाउडर न मिलाएं क्योंकि यह खाने में बहुत खट्टा होता है।
जली हुई दाल में अमचूर पाउडर मिलाने के बाद दाल को अच्छे से मिक्स कर लें ताकि अमचूर पाउडर दाल में दिखाई न दे और अच्छे से मिक्स भी हो जाये।
5. जली हुई दाल को सही करने के लिए मिलाएं टमाटर
जली हुई दाल को खाने में स्वादिष्ट बनाने के लिए व जलने की बदबू को दूर करने के लिए टमाटर एक बेहतरीन उपाय है। टमाटर जली हुई दाल को नया रंग और अच्छा स्वाद प्रदान करता है।
कैसे प्रयोग करें टमाटर जली हुई दाल को स्वादिष्ट बनाने के लिए?
जली हुई दाल को ठीक करने के लिए हम उसमें टमाटर मिलायेंगे। टमाटर मिलाने के लिए हम एक या दो पके हुए टमाटर लेंगे और उन्हें धो कर बारीक टुकड़ों में काट लेंगे।
यहां हम टमाटर को ग्राइंडर में ग्राइंड करने के बजाय छोटे बारीक टुकड़ों में काटेंगे। इसके बाद एक फ्राई पैन में एक चम्मच तेल डालकर गर्म होने पर उसमें बारीक कटे टमाटर डाल देंगे।
अब हल्की आंच पर लगातार चलाते हुए (Stir) टमाटर को अच्छी तरह से गल जाने तक पकायेंगे। आप चाहे तो इसमें 3-4 बड़े चम्मच पानी भी मिला सकते हैं, पानी मिलाने से टमाटर जल्दी और अच्छे से पक जाता है।
जब टमाटर एक प्यूरी के रूप में बदल जाये तो इसमें जली हुई दाल मिला दें और लगातार चलाते हुए 5-6 मिनट तक पकने दें। टमाटर मिलाने से दाल का स्वाद भी बहुत अच्छा हो जाता है और दाल में एक अच्छा रंग भी आ जाता है।
6. प्याज का छौंक लगाकर करें जली हुई दाल को सही
टमाटर की तरह ही हम प्याज का प्रयोग भी जली हुई दाल को ठीक करने के लिए करते हैं। प्याज एक ऐसी सब्जी है जो अधिकतर व्यंजनों को बनाने में प्रयोग की जाती है।
प्याज से किसी भी सब्जी को एक नया और अच्छा स्वाद मिलता है। साथ ही प्याज ग्रेवी वाली सब्जी में ग्रेवी बनाने के लिए टमाटर के साथ मुख्य रुप से प्रयोग की जाती है।
प्याज का छौंक कैसे बनाएं जली हई दाल को ठीक करने के लिए?
छौंक बनाने के लिए हम एक या दो मीडियम आकार की प्याज लेंगे और उन्हें ऊपर से एक-दो परत तक छीलकर पानी से अच्छे से धो लेंगे। अक्सर प्याज को बस छील कर ही काट लिया जाता है लेकिन कोविड़ के इस समय में प्याज को भी पानी से बहुत ही अच्छे से धोकर साफ करना बेहद जरूरी है।
प्याज को अच्छे से धोने के बाद हम बारीक हल्के लंबे टुकड़ों में काट लेंगे। इसके बाद एक फ्राई पैन लेगें और इसमें एक चम्मच देशी घी डालेंगे। घी के हल्का गर्म होने पर आधा चम्मच जीरा डालकर साथ में प्याज को भी फ्राई पैन में डाल देंगे।
अब हल्की आंच पर प्याज को 5 से 7 मिनट के लिए पकने देंगे. जब प्याज भूरे रंग की हो जायेगी तब हम इसमें अपनी जली हुई वो दाल मिला देंगे जिसका टैक्सचर हमने सही किया है।
प्याज का छौंक लगाने के बाद आप को दाल चखने की भी जरूरत नहीं पड़ती दाल का स्वाद जानने के लिए। प्याज का यह छौंक लगाने के बाद दाल से जो कमाल की खुशबु आती है वह दाल के स्वाद को खुद ही बयां कर देती है।
7. घी/बटर मिलाने से हो जाती है दाल बहुत ही स्वादिष्ट
जली हुई दाल को फिर से बस खाने लायक नहीं ब्लकि स्वादिष्ट बनाने के लिए हम दाल में देशी घी या बटर भी मिलाते हैं। देशी घी में इतनी अच्छी खुशुब होती है कि दाल से जले हुए कि बदबु मिनटों में दूर हो जाती है।
साथ ही घी मिलाने से दाल में बहुत अच्छा स्वाद भी आ हो जाता है। तो आइये जानते हैं कैसे मिलाएं जली हुई दाल में घी दाल से जलने की बदबू को हटाने व स्वाद को बढ़ाने के लिए।
क्या है जली हुई दाल में घी मिलाने का तरीका जलने की बदबू को दूर करने के लिए?
दाल में घी मिलाने के लिए हमें ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है। जली हुई दाल की बदबु को दूर करने व अच्छा स्वाद लाने के लिए हम दो से तीन चम्मच घी लेकर गर्म कर लेंगे।
अब इस गर्म घी को दाल में मिलायेंगे और दाल को अच्छे से चलाकर मिक्स कर लेंगे।
8. साबुत मसालें मिलाकर करें जली हुई दाल की दुर्गंध को दूर
दाल जल जाये तो क्या करे – जब भी हमसे कभी दाल जल जाती है तो उसे फिर से परोसने लायक बनाने के लिए हमें दाल का टैक्सचर ठीक करने के साथ-साथ दाल के स्वाद और गंध को भी ठीक करना होता है। इनमें से किसी एक की भी कमी जली हुई दाल को फेंकने पर मजबूर कर सकती है।
अतः दाल का टैक्सचर ठीक करने के बाद हम दाल को अच्छा स्वाद और खुशबु देने के लिए साबुत मसालों का प्रयोग भी अपने घरों में करते हैं।
साबुत मसालों को कैसे मिलाएं जली हुई दाल में ठीक करने के लिए?
साबुत मसालों को दाल में मिलाने से पहले हमें मसालों को एक चम्मच घी या तेल में भून लेना है। हम बिना भूने मसालों को दाल में नहीं मिलायेंगे क्योंकि बिना भूने मसालों से न तो दाल में स्वाद आयेगा और न ही खुशबु।
साबुत मसालों में हम तेजपत्ता, लौंग, हरी इलायची आदि लेंगे और तेल या घी में भूनने के बाद दाल में मिला देंगे।
9. लहसुन-अदरक पेस्ट मिलाएं जली हुई दाल में अच्छी खुशबु और स्वाद के लिए
दाल के जलने के बाद जब हम दाल को फिर से खाने लायक बनाते हैं तब हम जली हुई दाल में लहसुन-अदरक का पेस्ट भी मिल सकते हैं दाल में स्वाद और अच्छी खुशबु देने के लिए।
कैसे करें लहसुन-अदरक पेस्ट का प्रयोग जली हुई दाल को सही करने के लिए?
लहसुन-अदरक पेस्ट को दाल में मिलाने का एक सीधा सा तरीका है। हम इसे बिल्कुल वैसे ही जली हुई दाल में मिलायेंगे जैसे हमने साबुत मसालें या टमाटर या प्याज दाल में मिलाया है।
हम एक फ्राई पैन में एक चम्मच तेल या घी डालकर उसमें लहसुन-अदरक पेस्ट डालेंगे। तेल या घी में हल्की आंच पर इस पेस्ट को 2-3 मिनट भूनने के बाद हम इसमें दाल मिला देंगे और 2-3 मिनट के लिए दाल को लगातार चलाते हुए पकायेंगे।
अदरक-लहसुन का पेस्ट दाल को एक अच्छी खुशबु और स्वाद से भर देता है। बस ध्यान रखें कि आप ताजा घर पर ही बनाये गये लहसुन-अदरक पेस्ट का प्रयोग करें बाजार से खरीदे गये रेडिमेड पेस्ट की बजाय।
10. गरम मसाला पाउडर का करें प्रयोग दाल के जलेपन को खत्म करने के लिए
दाल से जलेपन को खत्म करने के लिए हम दाल में गर्म मसाला पाउडर मिलाते हैं ताकि दाल को एक नया स्वाद मिल सके। गर्म मसाला पाउडर की भीनी-भीनी खुशबु जली हुई दाल को एकदम फ्रैश बना देती है।
गरम मसाला पाउडर से कैसे करें जली हुई दाल को सही?
जली हुई दाल को ठीक करने के लिए हम आधा चम्मच गरम मसाला लेंगे और गर्म दाल में मिला देंगे। गरम मसाला पाउडर मिलाने के बाद दाल को अच्छे से चलायेंगे ताकि गरम मसाला दाल में अच्छे से मिक्स हो जाये।
11. मलाई से बनाएं जली दाल को खाने में स्वादिष्ट
दाल जल जाये तो क्या करे – जली हुई दाल में एक अच्छा फ्लैवर लाने के लिए हम दाल में मलाई भी मिला सकते हैं। दाल में मलाई मिलाने से दाल का स्वाद बहुत बेहतर हो जाता है।
दाल में मलाई मिलाने के लिए हम सीधा सा तरीका अपनायेंगे। दाल की मात्रा के अनुसार हम 4-5 चम्मच मलाई लेंगे और दाल में मिलाकर कुछ देर के लिए चलायेंगे।
मलाई दाल को खाने में स्वादिष्ट बनाती है।
12. हरा धनिया भर देता है जली हुई दाल में स्वादिष्ट टेस्ट और खुशबु
बात जब हरे धनिये की आती है तो उसकी मनमोहक खुशबु के बारे में बात करना तो बनता है। हरा धनिया अनेकों पोष्टिक तत्वों से भरपूर होता है। साथ ही जिस सब्जी में हरा धनिया पड़ जाता है उस सब्जी का स्वाद खुद ही कई गुना बढ़ जाता है।
हरे धनिया का प्रयोग हम जली हुई दाल में स्वाद व खुशबु लाने के लिए करते हैं। इसका प्रयोग भी बहुत ही आसान है।
कैसे मिलाएं हरा धनिया जली हुई दाल को स्वादिष्ट व खुशबुदार बनाने के लिए?
इसके लिए हमें हरे धनिये की पत्तियों (Cilantro/Coriander Leaves) को अलग करके सबसे पहले साफ पानी से अच्छी तरह धो लेना है। इसके बाद हम इन पत्तियों को पतला-पतला काट लेंगे और गर्म दाल में मिला देंगे।
अब दाल को अच्छे से चलाते हुए धनिये की पत्तियों को दाल में अच्छे से मिला देंगे। इसके बाद थोड़ी सी पत्तियों को अलग से दाल के ऊपर छिड़क देंगे और सर्व करेंगे।
13. जली हुई दाल को सही करें हरी प्याज की मदद से
जिस तरह से हमने दाल को सही करने के लिए प्याज का इस्तेमाल किया था ठीक उसी तरह से हम हरी प्याज की सहायता से भी जली हुई दाल को फिर से खाने योग्य बना सकते हैं।
हरी प्याज एक बेहतरीन विकल्प साबित होता है जब सवाल यह हो कि दाल जल जाये तो क्या करे।
जली हुई दाल को ठीक करने के लिए कैसे करें हरी प्याज का प्रयोग?
हरी प्याज को हम ठीक उसी तरह से जली हुई दाल में मिलाने के लिए तैयार करेंगे जैसे हमने पकी हुई प्याज को किया था। इसके लिए हम 2-3 हरी प्याज लेंगे और उन्हें धोकर बारीक काट लेंगे।
अब एक फ्राई पैन में एक चम्मच घी या तेल लेकर उसमें हरी प्याज को हल्का भूनेंगे। इसके बाद भूनी हरी प्याज में दाल मिलाकर ऊपर से आधा गिलास पानी मिलायेंगे और दाल को ढक कर 5-6 मिनट तक हल्की आंच पर पकायेंगे।
हरी प्याज मिलाने से जली हुई दाल में अच्छी खुशबु और अच्छा स्वाद दोनों ही आ जाते हैं।
14. धनिया पाउडर से लायें जली हुई दाल में एक नया फ्लैवर
गरम मसाला पाउडर की ही तरह हम धनिया पाउडर को भी जली हुई दाल को सही करने के लिए प्रयोग करते हैं। धनिया पाउडर दाल को एक अच्छा फ्लैवर प्रदान करता है।
जली हुई दाल को ठीक करने के लिए कैसे करें धनिया पाउडर का प्रयोग?
जली हुई दाल में फिर से पहले जैसा स्वाद लाने के लिए हम एक चम्मच धनिया पाउडर दाल में मिला देंगे। इसके बाद दाल को अच्छे से चलायेंगे ताकि धनिया पाउडर दाल में मिक्स हो जाये।
जली हुई दाल को कैसे ठीक करें इसके लिए आप उपरोक्त बताये गये उपायों में से अपनी सहुलियत के अनुसार किसी भी एक उपाय का प्रयोग कर सकते हैं। यें जली हुई दाल को ठीक करने के उपाय आपके किचेन में ही उपलब्ध होते हैं व आसानी से कभी भी बिना ज्यादा मेहनत के प्रयोग किये जा सकते है।
अगर आपके पास दाल जल जाये तो क्या करे से संबधित कोई और तरीका है तो हमारे साथ कमेंट बॉक्स में जरूर साझा करें। हमें आपके विचारों का इंतजार रहेगा।
मेरा नाम सोनम सैनी है। मैं इस मंच – ‘मेरी पाकशाला’ की संस्थापिका हूँ। रसोई कला से सम्बंधित कोई भी जानकारी आप तक पहुंचाना मेरा उद्देश्य है। मैं एक प्रकाशित लेखिका व गीतकार भी हूँ।