करेले में कड़वाहट का कारण क्या है आज हम इसके बारे में जानेंगे। वैज्ञानिक तौर पर अगर बात करें तो करेला फल की कैटेगरी के अंतर्गत आता है लेकिन हम भारतीय इसे सब्जी के रूप में खाना पसंद करते हैं।
हालांकि मैं एक वनस्पतिशास्त्री (Botanist) नहीं हूं, मैं एक फूड़ ब्लॉगर हूं। इस लेख में बतायी गई सारी जारकारी आप सभी के लिए मैंने इंटरनेट पर उपलब्ध कुछ विश्वस्नीय स्रोतों के माध्यम से अर्जित की है। साथ ही मैंने उन स्रोतों के लिंक भी लेख में दिये हैं जहां से मैंने ये सभी जानकारी प्राप्त की है। आप चाहें तो लेख में दी गई जानकारी को दिये गये लिंक्स की सहायता से सत्यापित कर सकते हैं।
करेले के कड़वे होने के यूं तो कई कारण होते हैं लेकिन करेले में कड़वाहट होने का मुख्य कारण यह है कि करेले के पौधे में प्राकृतिक तौर पर कीटनाशक पाये जाते हैं। हम करेला कड़वा क्यों होता है इसके सभी कारणों को इस लेख में विस्तार से जानेंगे।
करेले में कड़वाहट का कारण जानने से पहले यह जान लेना जरूरी है कि किसी भी फल या सब्जी में कड़वापन होने का मुख्य कारण क्या है?
अमेरिका के एक मशहूर लेखक Harold McGee जिन्होंने कैमिस्टरी और खाद्य विज्ञान पर कई किताबें लिखी हैं, ने अपनी किताब “On Food and Cooking” में बताया है कि किसी भी फल या सब्जी में कड़वाहट का मुख्य कारण एल्कलॉइड (alkaloids) व अन्य कीटनाशक होते हैं।
पौधे अपने बचाव के लिए विभिन्न प्राकृतिक कीटनाशक व विषाक्त पदार्थ बनाते हैं जोकि स्वाद में कड़वे या तीखे होते हैं।
करेले में कड़वाहट क्यों होती है – क्या हैं मुख्य कारण?
करेला कड़वा जरूर होता है लेकिन खुद में बहुत सारे पोषक तत्व भी समेटे होता है। करेले का सेवन हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। अगर हम चाहें तो बहुत ही आसानी से करेले के कड़वेपन को दूर करके इसके जरुरी तत्वों को अपने शरीर तक पहुंचा सकते हैं।
करेले कड़वे क्यों होते हैं इसके दो मुख्य कारण हैं जिनके बारे में हम विस्तार से जानेंगे। निम्न सारणी में वह सभी कारण दिये गये हैं जिनसे करेले कड़वे हो जाते हैं।
क्या Cucurbitaceae फैमली है करेले में कड़वाहट का कारण |
क्या Momordicine कैमिकल की वजह से पाई जाती है करेले में कड़वाहट |
आइये अब विस्तार से जानते हैं कि कौन और कैसे है, करेले में कड़वाहट होने का जिम्मेदार।
क्या Cucurbitaceae फैमली है करेले में कड़वाहट का कारण?
कुकुरबिटेसी (Cucurbitaceae) पौधों की एक ऐसी प्रजाति है जिसमें अधिकतर पौधे बेल के रुप में बड़े होते हैं। करेला भी Cucurbitaceae फैमली के अंतर्गत ही आता है।
कुकुरबिटेसी (Cucurbitaceae) प्रजाति के पौधों में एक तरह का रसायनिक तत्व (Chemical Substace) कुकुर्बिटासिन Cucurbitacin होता है जिसका रसायनिक नाम Triterpenes है जो कि इस जाति के पौधों व उन पर लगने वाले फलों में कड़वाहट पैदा करता है।
अतः करेले में कड़वाहट का एक कारण इसके पौधे का Cucurbitaceae फैमली का होना भी है। करेले के अलावा खीरा, कद्दू, तौरई आदि पौधे भी Cucurbitaceae फैमली के अंतर्गत आते हैं जो कि बहुत या आंशिक रूप से कड़वे होते हैं।
Momordicine कैमिकल की वजह से पाई जाती है करेले में कड़वाहट – क्या यह सच है?
Momordicine एक तरह का एल्कलॉइड (alkaloids) कैमिकल होता है जोकि फल और सब्जियों में कड़वापन पैदा करता है। यह पौधे के फल के साथ-साथ पत्तियों में भी पाया जाता है।
अगर हम करेले की बात करें तो वैज्ञानिक आधार पर करेले में कड़वाहट का कारण है करेले में पाये जाने वाला Momordicine केमिकल.
करेले में कड़वाहट किस कारण होती है यह जानने के बाद हम यह भी जान लेते हैं कि क्या करेले के साथ-साथ करेले के पौधे और बीजों में भी कड़वाहट होती है।
क्या करेले के पौधे में भी कड़वापन होता है?
जी हां, करेले के पौधे भी करेले की तरह ही कड़वे होते हैं। ब्लकि यह कहना ज्यादा उचित होगा कि करेले के पौधे अर्थात बेल से ही करेले के अंदर कड़वापन आता है।
Cucurbitaceae फैमली का पौधा होने के कारण व Momordicine एल्कलॉइड (alkaloids) कैमिकल के विद्यमान होने के कारण करेले के पौधे में भी कड़वापन पाया जाता है। आप कभी करेले के पौधों से पत्ते तोड़कर खायेंगे तो जानेंगे कि यह करेले की तरह ही कड़वे होते हैं।
क्या करेला बीज के कारण कड़वा होता है?
करेला के अंदर बहुत सारे बीज पाये जाते हैं। जब करेला हरा यानि कि कच्चा होता है तब इसके बीज हल्के भूरे रंग के होते हैं। लेकिन करेले के पक जाने पर बीज लाल रंग के हो जाते हैं।
करेले के बीजों को खाने पर पता चलता है कि ये खाने में एक अलग स्वाद के होते हैं लेकिन इनका स्वाद कड़वा नहीं होता। अक्सर लोग कहते हैं कि करेले का कड़वापन इसके बीजों में होता है लेकिन यह सत्य नहीं है।
करेले के बीज बिल्कुल भी कड़वे नहीं होते। अतः क्या करेले के बीजों में कड़वापन होता है – इसका जवाब होगा नहीं. करेले के बीजों में बिल्कुल भी कड़वापन नहीं होता।
इस लेख में हमने ‘क्यों होता है करेला कड़वा’ इसके पीछे के सभी कारणों का विस्तार से अध्यनन किया है। साथ ही हमने क्या करेले के बीज कड़वे होते हैं यह भी जाना है। करेला अपने आप में एक विशेष फल/सब्जी है। इसके अंदर बहुत से पोषक तत्व होते हैं जो कि हमें अनेक बीमारियों से लड़ने में सहायता करते हैं।
अगर आप के पास करेले के कड़वेपन से संबधिंत कोई सुझाव या सवाल हों तो आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें। हमें आपके सुझावों व सवालों का इंतजार रहेगा।
मेरा नाम सोनम सैनी है। मैं इस मंच – ‘मेरी पाकशाला’ की संस्थापिका हूँ। रसोई कला से सम्बंधित कोई भी जानकारी आप तक पहुंचाना मेरा उद्देश्य है। मैं एक प्रकाशित लेखिका व गीतकार भी हूँ।